“Jai Ambe Gauri” Lyrics
अंबिका को "अंबे मां" भी कहा जाता है जो आदि शक्ति महामाया का दूसरा नाम है। स्कंद पुराण के अनुसार, वह शुंभ और निशुंभ राक्षसों का वध करने के लिए देवी पार्वती के शरीर से प्रकट हुई थीं। श्रीमद् देवी भागवतम में, अंबिका या "अम्बे मां" अन्य सभी देवताओं की पूर्वज हैं। हिंदू कई अन्य नामों से देवी मां की पूजा करते हैं जैसे माता रानी, दुर्गा, शेरावली, आदि। देवी पार्वती के 64 रूपों या पहलुओं को "64 योगिनियां" भी कहा जाता है। योगिनियाँ एक पवित्र स्त्री शक्ति हैं जो पार्वती के एक पहलू के रूप में प्रकट होती हैं।
“Jai
Ambe Gauri” Lyrics in Hindi
“जय अम्बे गौरी” लिरिक्स
जय अम्बे गौरी
मैया जय श्यामा गौरी
तुमको निशदिन ध्यावत
तुमको निशदिन ध्यावत
हरि ब्रह्मा शिवरी…
ॐ जय अम्बे गौरी
जय अम्बे गौरी
मैया जय श्यामा गौरी
तुमको निशदिन ध्यावत
तुमको निशदिन ध्यावत
हरि ब्रह्मा शिवरी
ॐ जय अम्बे गौरी..
मांग सिंदूर विराजत
टीको मृगमद को
मैया टीको मृगमद को
उज्ज्वल से दो नैना
उज्ज्वल से दो नैना
चंद्रवदन नीको
ॐ जय अम्बे गौरी…
कनक समान कलेवर
रक्ताम्बर राजै
मैया रक्ताम्बर राजै
रक्तपुष्प गल माला
रक्तपुष्प गल माला
कण्ठन पर साजै
ॐ जय अम्बे गौरी…
केहरि वाहन राजत
खड्ग खप्परधारी
मैया खड्ग खप्परधारी
सुर नर मुनि जन सेवत
सुर नर मुनि जन सेवत
तिनके दुखहारी
ॐ जय अम्बे गौरी…
कानन कुण्डल शोभित
नासाग्रे मोती
मैया नासाग्रे मोती
कोटिक चन्द्र दिवाकर
कोटिक चन्द्र दिवाकर
सम राजत ज्योति
ॐ जय अम्बे गौरी..
शुम्भ-निशुम्भ बिदारे
महिषासुर घाती
मैया महिषासुर घाती
धूम्र विलोचन नैना
धूम्र विलोचन नैना
निशदिन मदमाती
ॐ जय अम्बे गौरी..
चण्ड-मुण्ड संहारे
शोणित बीज हरे
मधु-कैटभ दोउ मारे
सुर भयहीन करे
ॐ जय अम्बे गौरी..
ब्रहमाणी रुद्राणी
तुम कमला रानी
आगम-निगम बखानी
तुम शिव पटरानी
ॐ जय अम्बे गौरी..
चौंसठ योगिनी गावत
नृत्य करत भैरव
बाजत ताल मृदंगा
और बाजत डमरु
ॐ जय अम्बे गौरी..
तुम ही जग की माता
तुम ही हो भरता
भक्तन की दु:ख हरता
सुख सम्पत्ति करता
ॐ जय अम्बे गौरी..
भुजा चार अति शोभित
वर-मुद्रा धारी
मनवान्छित फल पावत
सेवत नर-नारी
ॐ जय अम्बे गौरी..
कन्चन थाल विराजत
अगर कपूर बाती
श्रीमालकेतु में राजत
कोटि रतन ज्योति
ॐ जय अम्बे गौरी..
श्री अम्बेजी की आरती
जो कोई नर गावै
कहत शिवानन्द स्वामी
सुख सम्पत्ति पावै
ॐ जय अम्बे गौरी..
Jai Ambe Gauri,
Maiya Jai Shyama Gauri.
Tumako Nishadin Dhyavat,
Hari Bramha Shivari.
Om Jai Ambe Gauri
Mang Sindur Virajat,
Tiko Mrigamad Ko.
Ujjval Se Dou Naina,
Chandravadan Niko.
Om Jai Ambe Gauri
Kanak Saman Kalevar,
Raktambar Raje,
Raktpushp Gal Mala,
Kanthan Par Saje.
Om Jai Ambe Gauri
Kehari Vahan Rajat,
Khadag Khappar Dhari,
Sur-Nar-Munijan Sevat,
Tinake Dukhahari.
Om Jai Ambe Gauri
Kaanan Kundal Shobhit,
Nasagre Moti,
Kotik Chandr Divakar,
Rajat Sam Jyoti.
Om Jai Ambe Gauri
Shumbh-Nishumbh Bidare,
Mahishasur Ghati,
Dhumr Vilochan Naina,
Nishadin Madamati.
Om Jai Ambe Gauri
Chand-Mund Sanhare,
Shonit Bij Hare,
Madhu-Kaitabh Dou Mare,
Sur Bhayahin Kare.
Om Jai Ambe Gauri
Bramhani, Rudrani,
Tum Kamala Rani,
Agam Nigam Bakhani,
Tum Shiv Patarani.
Om Jai Ambe Gauri
Chausath Yogini
Mangal Gavat,
Nritya Karat Bhairu,
Bajat Tal Mridanga,
Aru Baajat Damaru.
Om Jai Ambe Gauri
Tum Hi Jag Ki Mata,
Tum Hi Ho Bharata,
Bhaktan Ki Dukh Harta,
Sukh Sampati Karta.
Om Jai Ambe Gauri
Bhuja Char Ati Shobhi,
Varamudra Dhari,
Manvanchhit Fal Pavat,
Sevat Nar Nari.
Om Jai Ambe Gauri
Kanchan Thal Virajat,
Agar Kapur Bati,
Shrimalaketu Mein Rajat,
Koti Ratan Jyoti .
Om Jai Ambe Gauri
Shri Ambeji Ki Arati,
Jo Koi Nar Gave,
Kahat Shivanand Svami,
Sukh-Sampatti Pave.
Om Jai Ambe Gauri
Ambika also called Ambe Maa is the other name of Adi Shakti Mahamaya. According to Skanda Puran, she was appeared from Devi Parvati’s body for slaying the demons Shumbh and Nishumbh. In Srimad Devi Bhagavatam, Ambika or Ambe Maa is the ancestor of all other deities. Hindus worship Devi Maa with many others names such as Mata Rani, Durga, Sherawaali, etc. 64 forms or aspects of Goddess Parvati is also called the “64 Yoginis”. Yoginis are a sacred feminine force that appears as an aspect of Parvati.
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